नई दिल्ली. मंगलवार को एनसपी प्रमुख शरद पवार के दिल्ली स्थित 6 जनपथ निवास पर विपक्षी दलों की अहम बैठक हुई। यह बैठक ढाई घंटे तक चली। यशवंत सिन्हा द्वारा शुरू किए गए राष्ट्र मंच के बैनर तले यह बैठक आयोजित की गई थी। शरद पवार और य़शवंत सिन्हा ने इस बैठक की अध्यक्षता की। इसमें मुख्य विपक्षी कांग्रेस नदारद रही। जिससे इसे सत्ताधारी बीजेपी के खिलाफ तीसरे मोर्चे को तैयार करने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, बीजेपी विपक्षी नेताओं की इस बैठक को कोई खास तवज्जो नहीं देती दिख रही। उसने कहा कि जिन लोगों को जनता लगातार नकारती आई है, उनके इस तरह मिलने में कोई नई बात नहीं है।
दिन में सपने देखने से रोक नहीं सकते :लेखी
मीनाक्षी लेखी ने शरद पवार के घर मीटिंग पर तंज तो कसा ही, पेशेवर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर भी बिना नाम लिए कटाक्ष किया। लेखी ने कहा, ‘इस तरह की बैठकों उन नेताओं की तरफ से होती हैं जिन्हें जनता लगातार नकारती आई है। यह कोई नया नहीं है। कुछ ऐसी कंपनियां हैं जिन्हें चुनावों से फायदा पहुंचता है। जाहिर तौर पर वे हर दूसरे नेता को अगले प्रधानमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करने की कोशिश करेंगी। किसी को दिन में सपने देखने से नहीं रोका जा सकता है।’
बैठक में कांग्रेस से कोई शामिल नहीं
पवार के घर इस मीटिंग के सूत्रधार कभी बीजेपी के कद्दावर नेता रहे यशवंत सिन्हा थे। इसमें कांग्रेस के किसी नेता के शामिल न होने पर इसे गैर-बीजेपी, गैर-कांग्रेस मोर्चे के तौर पर देखा जा रहा है।
मेमन बोले – ‘इसे विपक्ष माइनस कांग्रेस’ कहना गलत
बैठक में कांग्रेस के नेताओं के शामिल न होने पर एनसीपी नेता माजिद मेमन ने सफाई दी है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस नेता विवेक तन्खा, मनीष तिवारी, कपिल सिब्बल, डॉक्टर अभिषेक मनु सिंघवी और शत्रुघ्न सिन्हा को इसके लिए न्योता दिया गया था। उनमें से कुछ ने वास्तविक परेशानियों को बताया था। यह कहना कि यह कांग्रेस को छोड़कर विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की कवायद है, गलत होगा।’
गीतकार जावेद अख्तर भी हुए शामिल
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, कांग्रेस के पूर्व नेता संजय झा और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व नेता पवन वर्मा भी बैठक के लिए पहुंचे। इनके अलावा पवार के आवास पर पहुंचने वाले लोगों में जस्टिस ए पी शाह, जावेद अख्तर और के सी सिंह आदि शामिल हैं।