
गुरुदेव भास्कर राव रोकड़े के नेतृत्व में 45 दिवसीय सम्यक यात्रा का शुभारंभ रायसेन जिले की बरेली से 1 मई 2022 को हुआ। बरेली में ही 7 मई 2012 को किसान नेता शिवकुमार शर्मा उर्फ कक्काजी पर निशाना साधकर पुलिस ने गोलियां बरसाई थी,जिसमे कक्काजी तो बच गए किंतु मंच पर उनके साथ उपस्थित ग्राम पंचायत भारकच्छ के पूर्व सरपंच हरिसिंह प्रजापति की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रात में ही पोस्टमार्टम कर रात में ही परिवार को शव न सौपते हुए शवदाह का निर्देश आंदोलन भड़कने की आशंका से दिया था तथा उसी निर्देश के तहत हिंदू धर्म में रात में शवदाह वर्जित होने के बावजूद पुलिस ने पत्नी को भी शव के पास आने से रोकते हुए जबरन शवदाह करा दिया था। आसपास के किसानों ने गुरुदेव के समक्ष अपनी व्यथा रखी कि पुलिस ने हरी सिंह प्रजापति को गोली से मारकर रात में ही शवदाह कर दिया था,जिसके कारण उनके क्षेत्र में निरंतर आपदा आ रही है। धार्मिक मान्यता के अनुसार यदि स्व.हरिसिंह की आत्मा की शांति हेतु भागवत यज्ञ का आयोजन किया जाता है,तो निश्चिंत-रूप से आसपास के किसान कष्टमुक्त हो जायेंगे। गुरुदेव सदैव धर्मांधता के खिलाफ रहे है किंतु जन-भावनाओ को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने मृतक किसान स्व.हरिसिंह प्रजापति की शांति हेतु पंडित विनोद गोस्वामी कथावाचक से भागवत यज्ञ का आयोजन मई 2018 में कराया तथा स्व.हरिसिंह प्रजापति की मूर्ति राजस्थान से मंगवाकर 7 मई 2018 को बरेली में मूर्ति स्थापित कराई थी। इसलिए उन्होंने सम्यक यात्रा का शुभारंभ भी बरेली से ही मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस 1 नवंबर से ही किया। सम्यक यात्रा का समापन रायसेन जिले के ही मंडीदीप में 15 दिसंबर 2022 को हुआ।